काबुल के करते परवान गुरूद्वारे पर हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट खोरासन ने ली हे. आतंकी संगठन ने कहा की पैगंबर के समर्थन में यह कदम उठाया हे. इस हमले में लगभग दो लोगो की जान भी चली गयी जिसमे एक सिख समुदाय का था. इस हमले को पैगंबर के समर्थन का नाम दिया हे. अमाक प्रोपेगेंडा साइड पर जारी बयान में कहा की इस्लामिक स्टेट खोरासन प्रोविंस जो आतंकी संगठन से जुड़ा हुवा हे. पैगंबर के समर्थन में यह काम किया गया हे जो की हिन्दू और सीखो में इसके समर्थन के कारन हुम्ला हुवा.
आतंकी संगठन ने कहा हमारे संगठन ने हिन्दू और सीखो के मंदिरो पर हुम्ला किया हे. उन्होंने वहा के गाड को पहले मार डाला फिर मशीनगन और बम से हमला किया. इसके बाद यहाँ पर कही धमाके सुने गए और आग भी लग गयी थी.
अफ़ग़ान सुरक्षा ने बताया की विस्फोटकों से भरी एक गाड़ी को वहा तक पहुंचने से रोका गया वर्ना हमला और भी बड़ा हो सकता था. तालिबान की सेना ने इसमें तीन हमलावरों को मार दिया हे.
कुछ दिन पहले दी थी चेतावनी
ISKE (इस्लामिक स्टेट खोरासन प्रोविंस) ने एक वीडियो जारी किया था. जिसमे हिन्दू और सिख पर हुम्ला करने की चेतावनी दी थी. इस वीडियो में भाजप की प्रवक्ता नूपुर शर्मा का भी जिक्र हुवा था संगठन ने इस मामले में मार्च 2020 के सिख गुरुद्वार हमले की बात फिरसे याद दिलाई थी. इस पूरी घटना के बाद 100 सिख और हिन्दू को भारत में इ-वीजा दिया गया.